एलोन मस्क (Elon Musk Biography In Hindi) एक प्रसिद्ध व्यापारी है, जिन्हें सारी दुनियां में जुनून और मेहनत के लिए जाना जाता है। एलोन मस्क करोड़ों लोगों के लिए मोटीवेशन का केंद्र हैं। अगर आपने पहले इस नाम को सुना है तो आप मेरी बात को समझ रहे होंगे, लेकिन अगर आपने पहली बार ये नाम सुना है तो आपको बता दें, कि एलोन मस्क 2016 में, फ़ोर्ब्स पत्रिका ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची में 21वें स्थान पर रखा था। 2020 में एलोन मस्क की नेट वर्थ 44.2 बिलियन डॉलर है।
Elon Musk स्पेसएक्स (SpaceX) कंपनी के संस्थापक और सीईओ,और टेस्ला कंपनी के सीईओ हैं। वो ज़िप टू (Zip2), और एक्स डॉट कॉम (X.com) जो अब PayPal के नाम से जाना जाता है, के भी संस्थापक हैं। इसके अलावा एलोन मस्क openAI के सह संस्थापक (co founder) और Solar City के अध्यक्ष भी हैं।
एलोन मस्क दुनियां में अपनी अलग सोच और काम को लेकर अपने जुनून के लिए जाने जाते हैं। एलोन मस्क आज युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं और आज आप इस पोस्ट में इनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी ही जानकारियां जानने वाले हैं जो आपको बहुत प्रेरित करेंगी। तो शुरू करते हैं एलोन मस्क का शुरुआती जीवन से फिर जानेंगे कैसे बने एलोन मस्क दुनियां के लिए प्रेरणा और फिर एलोन मस्क की जिंदगी से हमे सीखनी चाहिए ये बातें। और जाने Hima Das Biography In Hindi हिमा दास की जीवनी, Virat Kohli biography in hindi, Cristiano Ronaldo Biography In Hindi
एलोन मस्क की जीवनी (Elon Musk Biography in Hindi)
विषय सूचि
पूरा नाम | एलन रीव मस्क |
उपनाम | एलन |
जन्मदिन (Birthday) | 28 जून1971 |
जन्म स्थान (Birth Place) | प्रीटिरिआ, ट्रांसवाल, साउथ अफ्रीका |
नागरिकता (Citizenship) | कैनेडियन, साउथ अफ्रीकन, अमेरिकन |
धर्म (Religion) | ईसाई |
एलोन मस्क का शुरुआती जीवनी
पूरी दुनियां को अपनी सोच, और हौसलों से आश्चर्यचकित करने वाले और अपनी सोच से दुनियां बदलने की ताकत रखने वाले एलोन मस्क का जन्म 28 जून 1971 को साउथ अफ्रीका में प्रिटोरिया नाम के शहर में हुआ था। उनके पिता का नाम एरोल मस्क था जो पेशे से एक इंजीनियर थे और उनकी मां एक मॉडल थीं।
एलोन मस्क को बचपन से ही किताबें पड़कर जानकारी हासिल करने का शौक था जिसके चलते वो अपना काफी समय किताबों को पढ़ने में बिताया करते थे। 10 साल की उम्र तक उन्होंने ऐसी किताबे पढ़ ली थी जो कॉलेज स्टूडेंट भी नहीं पढ़ते थे और इतनी जानकारी हासिल कर ली थी कि 12 साल की उम्र में एलोन ने अपने घर पर ही रखे कंप्यूटर पर एक गेम डेवलप कर दिया था। जिसे बेचकर एलोन ने 500 डॉलर कमा लिए थे।
प्रिटोरिया से हाई स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने प्रिटोरिया के ही एक विद्यालय में 17 वर्ष की आयु में स्नातक की पढ़ाई शुरू कर दी। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद एलोन कनाडा चले गए।
कनाडा में एलोन ने कई छोटे छोटे काम किए, और वहां किंग्स्टन, ओन्टेरियो में क्वींस यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया। एलोन ने दो साल तक यहां पढ़ाई की और फिर 1992 में वह अमेरिका चले गए।
कैसे बने एलोन मस्क दुनियां के लिए प्रेरणा
यहां तक पहुचने का सफर एलोन मस्क के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है, बचपन में एलोन एक शर्मीले और अकेले रहने वाले थे। एक बार उनके स्कूल के कुछ लड़कों ने उन्हें इतना मारा कि वो बेहोश हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। इस घटना के बाद से ही उनकी याददाश्त बहुत कमज़ोर हो गई और उन्हें चीज़ों को समझने में परेशानी होने लगी। जिसके चलते वो अपने अध्यापकों की नजर में एक मूर्ख बच्चे थे।
अपनी इसी कमजोरी को दूर करने के लिए उन्होंने किताबों को पूरे ध्यान से पड़ना शुरू किया, और अपने बहुत सा समय कई प्रसिद्ध किताबों को पढ़ने में लगाने लगे, उस समय एलोन की उम्र दस वर्ष से भी कम थी और 10 वर्ष की उम्र तक एलोन बहुत सी किताबों को पढ़ चुके थे जिन्हें कॉलेज के स्टूडेंट भी नहीं पड़ते थे।
एलोन मस्क का पहला स्टार्टअप ज़िप टू
एक्स डॉट कॉम X. com
इस पैसे से अगर वो चाहते तो अमीरों की ज़िंदगी भी जी सकते थे लेकिन उन्होंने 1999 में ही एक नए स्टार्टअप में अपना पैसा लगा दिया जो ऑनलाइन मनी ट्रांसफर का था। जिसका नाम उन्होंने X.com रखा। मार्च 2000 में इस कंपनी को भी Confinity नाम की एक प्रतिद्वंदी कंपनी ने खरीद लिया। आज हम एलोन की X.com को PayPal के नाम से जानते हैं। 2001 में इसका नाम बदल दिया गया था। इस समय भी एलोन मस्क के पास PayPal का अच्छा खासा शेयर स्टॉक था। अक्टूबर 2002 में, PayPal को Ebay द्वारा 1.5 बिलियन डॉलर में खरीद लिया गया और एलोन मस्क को उनके शेयर के हिसाब से 165 मिलियन डॉलर मिले।
ऐसे बनाई एलोन मस्क ने स्पेस एक्स (space X)
165 मिलियन डॉलर का मालिक बनने के बाद एलोन मस्क यहीं नहीं रुके। एलोन को बचपन से ही अंतरिक्ष में रूचि थी वो अंतरिक्ष के क्षेत्र में कुछ करना चाहते थे और अपनी इसी चाह के चलते उन्होंने spaceX नाम की कंपनी बना डाली। PayPal के बाद ही एलोन मस्क ने इसके लिए काम करना शुरू कर दिया था। इस समय वो मंगल ग्रह पर जीवन बसाने के बारे में सोच रहे थे।
उनकी कंपनी की शुरुआत कुछ इस तरह हुई कि मंगल पर रॉकेट भेजने के संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए वो Russia गए, वहां उन्हें जब स्पेस में रॉकेट भेजने की कीमत पता चली जो कि 8 मिलियन डॉलर थी, तो वो वहां से वापस आ गए और उन्हें जब एक रॉकेट को बनाने की कीमत के बारे में पता चला तो वो 8 मिलियन डॉलर के मुकाबले बहुत कम थी, और वहीं एलोन को खुद का रॉकेट बनाकर मंगल पर पहुंचाने का विचार आया।
एलोन ने इस संबंध में कोई पढ़ाई नहीं की थी और इसीलिए उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन एलोन ने इसे कोई समस्या नहीं माना और spaceX कंपनी को एलोन ने खुद ही पड़ पड़ कर और जानकारी हासिल कर खड़ा कर दिया।
spaceX बनाने के बाद एलोन को कई बार नाकामयाबी का सामना करना पड़ा। रॉकेट लांच करने के उनके लगातार तीन प्रयास विफल रहे। उनका सारा पैसा डूब चुका था, और सारे निवेशक यही के कह रहे थे कि कंपनी ख़तम हो चुकी है। लेकिन उसी समय एलोन ने चोथा रॉकेट भेजने का फैसला किया, उनके इस फैसले को लोग मूर्खता बता रहे थे। लेकिन चोथा प्रयास सफल रहा और कंपनी को नासा से 1.5 बिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट मिल गया।
टेस्ला मोटर्स में एलोन मस्क
SpaceX कंपनी की सफलता के साथ ही एलोन मस्क ने 2004 में टेस्ला कंपनी में भी अपना निवेश कर दिया। एलोन मस्क ने टेस्ला मोटर्स में अपना जो पैसा निवेश किया था उसके चलते जल्दी ही उन्हें इस कंपनी का सीईओ बना दिया गया। टेस्ला मोटर्स में एलोन मस्क का विजन इलेक्ट्रिक कारों का था।
एलोन मस्क की जिंदगी से हमे सीखनी चाहिए ये बातें
एलोन मस्क की कहानी हमें बहुत ही प्रेरित करती है। जीवन के हर पड़ाव पर उन्होंने सभी बाधाओं और विफलताओं से लड़ते हुए अपने आप को सही साबित किया है। उनके जीवन से जुड़ी आवश्यक जानकारी आप जान चुके हैं अब एक नजर उनके उन गुणों पर डाल लेते हैं जिनकी वजह से आज वो इतने सफल हुए हैं
अपनी कमियों को पहचान कर उन्हें ख़तम करना
एलोन मस्क ने जो सोचा वो किया और जो पाना चाहा उसे पा लिया इसका एक बड़ा कारण है कि उन्होंने अपने अंदर की कमियों को पहचानकर उन्हें ख़तम किया। अपने काम के रास्ते में एलोन मस्क ने कभी अपनी कमियों को नहीं आने दिया। रॉकेट और स्पेस के बारे में बिल्कुल जानकारी न होने पर भी उन्होंने स्पेस एक्स बनाने के बारे में सोचा, खुद ही पड़ पड़ कर अपनी इस कमी को दूर किया और रॉकेट बना दिया।
सफलता की रोशनी में अपने मकसद को नहीं भूलना चाहिए
एलोन मस्क के बारे में पड़कर उनकी लाइफ से हमें एक सीख ये भी मिलती है कि हमें कभी भी सफलता मिलने पर संतुष्ट नहीं होना चाहिए बल्कि और आगे बढ़ने के बारे में सोचना चाहिए। ज़िप टू से जो 22 मिलियन डॉलर एलोन मस्क ने कमाए थे उन्हें एलोन मस्क ने अपने शो ऑफ के लिए खर्च नहीं किया, अगर वो चाहते तो इन पैसों से अपना बहुत सा समय अमीरों की तरह गुज़ार सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया बल्कि उन पैसों को अगले स्टार्टअप में निवेश कर दिया।
लगातार सीखते रहना
दोस्तो हमें हमेशा ही कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए, इससे हमारे दिमाग में नकरात्मक विचार नहीं आते और हमारे दिमाग की क्रिएटिविटी बड़ती है। अगर हम देखें तो एलोन मस्क यहां तक पहुंच पाए क्यूंकि वो हमेशा ही सीखते रहते हैं और उनकी कंपनी spaceX इस बात का प्रमुख उदाहरण है।
कभी भी जल्दी हार नहीं माननी चाहिए
एलोन मस्क के जीवन में अगर हम देखें तो उन्होंने कभी हार नहीं मानी। 2006 से 2008 में जब इनके रॉकेट भेजने के लगातार तीन प्रयास असफल रहे, उस समय वो पूरी तरह से खाली हो चुके थे उनका पैसा डूब गया था और उनके निवेशकों ने spaceX की सफलता की उम्मीद छोड़ दी थी तो ऐसे समय में भी इन्होंने हर नहीं मानी और चोथा रॉकेट भेजने की बात का ऐलान कर दिया जो कि सफल रहा। अगर तीन असफलताओं और बर्बादी के डर से एलोन मस्क हार मान लेते और चोथा रॉकेट लॉन्च नहीं करते तो स्पेस एक्स कंपनी उसी समय खत्म हो गई होती।
दूसरेे लोगों की बातो पर ध्यान मत दो
दोस्तो आपको पता है कि इस दुनियां में सौ में से दस लोग ही सफलता प्राप्त कर पाते हैं। क्यूंकि जिसमें से 45% तो किसी न किसी डर से सफलता के लिए काम नहीं कर पाते और बाकी 45% अपने काम को बीच में ही छोड़ देते हैं और सिर्फ दस परसेंट ही होते हैं जो सब चुनौतियों से लड़ते हुए और हर बाधा को पार करते हुए अपने लक्ष्य को पूरा कर पाते हैं। जो लोग अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाते हैं वो दूसरे लोगों को सदैव डिमोटिवेट करते हैं इसलिए ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए।
निष्कर्ष
आशा करता हूं कि एलोन मस्क (Elon Musk Biography in Hindi) की प्रेरणदायक कहानी ने आपको भी प्रेरित किया होगा। अगर किया है तो Elon Musk की प्रेरणादायक कहानी को आपके साथ शेयर करने का मेरा उद्देश्य पूरा हुआ। अब आप भी इस कहानी को शेयर करें और ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में हमारी मदद करें।