Bajrang Baan PDF Hindi, English Download बजरंग बाण का पाठ करने से आपके घर परिवार से मुश्किलों और परेशानीयों का नाश होता है और आपके जीवन में शांति आती है
जय श्री राम कलियुग में सबसे अधिक लोकप्रिय, प्रभावशाली और शीघ्र से शीघ्र फल देने वाला फल भगवान हनुमान जी ही देते हैं। हनुमान जी की पूजा पाठ नियम और संयम का पालन करना बेहद जरूरी होता है। हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी है और श्री राम जी के भगत है तो चलिए जानते है बजरंग बाण Bajrang Baan के बारे में और Bajrang Baan PDF Download
बजरंग बाण | Bajrang Baan
विषय सूचि
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान
जय हनुमंत संत हितकार, सुन लीजै प्रभु अरज हमारी
जन के काज बिलंब न कीजै, आतुर दौरि महा सुख दीजै
जैसे कूदि सिंधु महिपारा, सुरसा बदन पैठि बिस्तारा
आगे जाय लंकिनी रोका, मारेहु लात गई सुरलोका
जाय बिभीषन को सुख दीन्हा, सीता निरखि परमपद लीन्हा
बाग उजारि सिंधु महँ बोरा, अति आतुर जमकातर तोरा
अक्षय कुमार मारि संहारा, लूम लपेटि लंक को जारा
लाह समान लंक जरि गई, जय-जय धुनि सुरपुर नभ भई
अब बिलंब केहि कारन स्वामी, कृपा करहु उर अंतरयामी
जय-जय लखन प्रान के दाता, आतुर ह्वै दुख करहु निपाता
जय हनुमान जयति बल-सागर, सुर-समूह-समरथ भट-नागर
ॐ हनु-हनु-हनु हनुमंत हठीले, बैरिहि मारु बज्र की कीले
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा, ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा
जय अंजनि कुमार बलवंता, शंकरसुवन बीर हनुमंता
बदन कराल काल-कुल-घालक, राम सहाय सदा प्रतिपालक
भूत, प्रेत, पिसाच निसाचर अगिन बेताल काल मारी मर
इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की, राखु नाथ मरजाद नाम की
सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै, राम दूत धरु मारु धाइ कै
जय-जय-जय हनुमंत अगाधा, दुख पावत जन केहि अपराधा
पूजा जप तप नेम अचारा, नहिं जानत कछु दास तुम्हारा
बन उपबन मग गिरि गृह माहीं, तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं
जनकसुता हरि दास कहावौ, ताकी सपथ बिलंब न लावौ
जै जै जै धुनि होत अकासा, सुमिरत होय दुसह दुख नासा
चरन पकरि, कर जोरि मनावौं, यहि औसर अब केहि गोहरावौं
उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई, पायँ परौं, कर जोरि मनाई
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता, ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता
ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल, ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल
अपने जन को तुरत उबारौ, सुमिरत होय आनंद हमारौ
यह बजरंग-बाण जेहि मारै, ताहि कहौ फिरि कवन उबारै
पाठ करै बजरंग-बाण की, हनुमत रक्षा करै प्रान की
यह बजरंग बाण जो जापैं, तासों भूत-प्रेत सब कापैं
धूप देय जो जपै हमेसा, ताके तन नहिं रहै कलेसा
ताके तन नहिं रहै कलेसा
उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान
बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान
बजरंग बाण पाठ नियम
संयम में त्रुटि होने पर हनुमान जी अवश्य दंड देते हैं, इसलिए हनुमान जी की पूजा में अनादर न करें। भगवान हनुमान के कई रूप हैं जिन्होंने संकट को दूर करने में मदद की है। उन्हीं में से एक है वज्र रूप। वज्र रूप वाले हनुमान को बजरंगबली कहा जाता है। बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए बजरंग बाण का पाठ करें।
Bajrang Baan PDF Download
नाम | बजरंग बाण | Bajrang Baan |
रचनाकार | |
भाषा | हिंदी | Hindi | English |
कुल पृष्ठ | 2 |
श्रेणी | |
पुस्तक का साइज़ | 1MB |
Bajrang Baan In Hindi PDF
Bajrang Baan In Hindi अर्थ सहित PDF
Bajrang Baan In English PDF
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बजरंग बाण पाठ के लाभ (Bajrang Baan Ke Fayde)
- यदि आप शत्रुओं और विरोधियों से बहुत परेशान हैं तो हर मंगलवार को 11 बार बजरंग बाण का पाठ करें।
- बजरंग बाण का नियमित पाठ करने से आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि होती है।
- हृदय रोगियों और ब्लड प्रेशर के रोगियों को बजरंग बाण का पाठ करने से स्वास्थ्य में विशेष लाभ होता है।
- जो बच्चे कमजोर हैं या काम पर जाने से पहले डरते हैं उन्हें बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए।
- यदि आप हर कार्य में अटके हुए हैं तो शनिवार के दिन 21 बार बजरंग बाण का पाठ करने से लाभ होता है।
- अगर आप कहीं इंटरव्यू देने जा रहे हैं तो वहां जाकर बजरंग बाण का 5 बार पाठ करें सफलता मिलेगी।
- यदि आपके व्यापार में लगातार घाटा हो रहा हो तो लगातार 8 दिन अपने व्यवसाय स्थल पर बजरंग बाण का पाठ करें या किसी योग्य कर्मकांड से ही कराएं। आपको लाभ अवश्य मिलेगा।
FAQ
बजरंग बाण का पाठ कितनी बार करना चाहिए?
आप अपने इच्छा के अनुसार करे पर जब भी करे तो नियम के साथ और सुबह के समय में करना चाहिए
बजरंग बाण के चमत्कार?
आपकी इच्छा जरुर पूरी होती है
बजरंग बाण का अमोघ विलक्षण प्रयोग?
भौतिक मनोकामनाओं की पुर्ति के लिये बजरंग बाण का अमोघ विलक्षण प्रयोग करना चाहिए | अगर आप भयंकर मुसीबत में घिरे हैं? और परेशानियों से बाहर निकलने का कोई भी रास्ता नहीं सूझ रहा? अगर ऐसा है तो बजरंगबली का बजरंगबाण का पाठ कर सकते है। मना जाता है कि जहां बजरंगबाण का पाठ किया जाता है,वहां हनुमान जी स्वयं आ जाते हैं। और सारे मुसीबतो से छुटकारा दिलाते है
महिलाओं को बजरंग बाण का पाठ क्यों नहीं करना चाहिए?
हमारे हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, महिलाओं के लिए बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए क्योंकि शास्त्रों में इसे निषेध बताया गया है हनुमान जी सभी महिला और स्त्री को माता के समान मानते है। उन्हें किसी भी महिला या स्त्री को अपने आगे झुकना नहीं देते है क्योंकि वह स्वयं स्त्री या महिला जाती को नमन करते हैं। और हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी है